गाजीपुर। प्रांतीय करन दिवस के अवसर पर राजकीय होम्योपैथिक मेडिकल कॉलेज गाजीपुर में एक विशेष साइंटिफिक सेमिनार का आयोजन किया गया। इस अवसर पर सत्र की शुरुआत दीप प्रज्वलन से की गई, जिसमें महात्मा हैनिमैन और मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण किया गया। आयोजन का उद्देश्य होम्योपैथी के क्षेत्र में नवीनतम वैज्ञानिक शोध और तकनीकी नवाचारों से विद्यार्थियों और शिक्षकों को परिचित कराना था।

महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो. डॉ. राजेंद्र सिंह ने इस सेमिनार के विशिष्ट अतिथि डॉ. सुभाष सिंह, निदेशक NIH, कोलकाता, का स्वागत किया और उन्हें पुष्प गुच्छ से सम्मानित किया। प्रो. डॉ. सुभाष सिंह ने सेमिनार में अपने वक्तव्य के दौरान होम्योपैथी के भविष्य और इसके विकास के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने होम्योपैथी के क्षेत्र में किए गए नवीनतम वैज्ञानिक शोध, तकनीकी नवाचारों और आगामी समय में इसकी प्रगति के बारे में चर्चा की।

उन्होंने विद्यार्थियों को होम्योपैथी में करियर बनाने के लिए प्रेरित किया और इसके विभिन्न पहलुओं पर विस्तार से मार्गदर्शन दिया। डॉ. सिंह ने यह भी बताया कि किस प्रकार होम्योपैथी के क्षेत्र में पेशेवर अवसर उपलब्ध हैं और कैसे छात्र इसे एक उन्नत करियर विकल्प के रूप में अपना सकते हैं। विद्यार्थियों और शिक्षकों दोनों ने इस सत्र से भरपूर लाभ उठाया और इसे ज्ञानवर्धक बताया।

सेमिनार में महाविद्यालय के अन्य शिक्षक और स्टाफ भी उपस्थित रहे, जिनमें डॉ. डी पी सिंह, ऐ पी सिंह, डॉ. आलोक, प्रो. सेंगर, प्रो. राहुल, प्रो. प्रजापति और अन्य सदस्य शामिल थे। शिक्षकों ने इस सत्र को अत्यधिक महत्वपूर्ण बताया और कहा कि यह छात्रों को उनके अकादमिक जीवन में नई दिशा देने में मदद करेगा।

समाप्ति में, प्राचार्य प्रो. डॉ. राजेंद्र सिंह ने समस्त विद्यार्थियों और शिक्षकों को धन्यवाद दिया और इस सेमिनार के आयोजन को एक महत्वपूर्ण कदम बताया जो छात्रों के लिए होम्योपैथी के क्षेत्र में नये अवसर खोलने में सहायक सिद्ध होगा।

यह सेमिनार विद्यार्थियों को होम्योपैथी में अपनी संभावनाओं को समझने और इस क्षेत्र में बेहतर अवसरों की दिशा में मार्गदर्शन प्रदान करने में सफल रहा।