(विशेष रिपोर्ट: वि.न्यूज/वीएनएफए/बीबीसी -इण्डिया)
वाराणसी। सरदार पटेल की पुण्यतिथि के मौके पर पूर्वांचल मूवमेंट तथा भारत एकता जन विकास मिशन के संयुक्त तत्वावधान में श्रद्धांजलि एवं संकल्प सभा का आयोजन कैन्ट स्थित कपूर भवन ,परेड कोठी में महत्वपूर्ण आयोजन किया गया।
उपस्थित जनों सरदार बल्लभ भाई पटेल के चित्र पर माल्यार्पण एवं पुष्प अर्पित कर महान नेता को विनम्र श्रद्धांजलि दी गई । सभी लोगों ने निष्ठा पूर्वक शीश नवाया। उनकी विराट व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर खुलकर समसामयिक चर्चा की गई । कार्यक्रम मे संयोजक पूर्वांचल मूवमेंट के अध्यक्ष राजेश आजाद ने स्वर्गीय वल्लभ भाई पटेल जी को भारत मां का सच्चा सपूत और भारत वासियों का हृदय सम्राट बताया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए भारत एकता जन विकास मिशन के प्रांतीय अध्यक्ष व राष्ट्रपति पदक प्राप्त वरिष्ठ समाजसेवी तिलक राज कपूर ने कहा कि स्वर्गीय सरदार पटेल की बात को माना गया होता तो आजादी के तुरंत बाद ही यह ज्वलंत मसला समाप्त हो गया होता उन्होंने कहा कि उनके अंदर राष्ट्रभक्ति भाव उनके रोम .रोम में कूट-कूट कर भरा हुआ था ,वरिष्ठ हिंदूवादी नेता चिन्मय चटर्जी चिन्मयानंद ने कहा कि हमारे देश में समय-समय पर महान विभूतियों का जन्म हुआ है जिसमें से एक सरदार वल्लभ भाई पटेल थे।
प्रख्यात समाजवादी नेता कांग्रेस - एस के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पत्रकार डा.अरविंद गांधी एडवोकेट ने कहा कि सरदार पटेल देश के एक सच्चे जुझारू और मजबूत व्यक्तित्व थे जो भारत के इतिहास में दूसरा सरदार पटेल नहीं हो सकता उनके जन्मदिन पर उनके पुण्यतिथि पर पूरे देश की जनमानस की तरफ से श्रद्धा सुमन अर्पित कर संकल्प लेते हैं की देश को सशक्त मजबूत भारत बनाने की दिशा में अग्रणी भूमिका निभाएंगे।
प्रखर समाजसेवी , जुझारू दलित नेता गोपाल प्रसाद एडवोकेट ने कहा कि सरदार पटेल ने , एक भारत श्रेष्ठ भारत का अविस्मरणीय एवं अनुकरणीय नारा दिया है जिस पर अमल करने की जरूरत है l कार्यक्रम का संचालन कर रहे साहित्य दूत कुमार हेमंत ने कहा कि सरदार पटेल का जीवन दर्शन देशवासियों के दिलों में हर पल राष्ट्र भक्ति भाव का संचार करता रहता है।
कार्यक्रम में राजेश आजाद ,तिलकराज कपूर ,कुमार हेमंत ,चिन्मय चटर्जी ,गोपाल प्रसाद एडवोकेट ,डॉक्टर अरविंद गांधी एडवोकेट, नरेंद्र कपूर , राजकुमार , रितु साहनी आदि प्रमुख लोगों सहित काफी संख्या में लोगों ने कार्यक्रम में हिस्सेदारी की।