गाज़ीपुर। उपशिक्षा निदेशक हेमंत राव के निर्देशन और मार्गदर्शन में जिला स्तरीय उच्च प्राथमिक विद्यालय और कंपोज़िट विद्यालयों के चार सौ शिक्षकों के तीन दिवसीय सुरक्षा और संरक्षा प्रशिक्षण के पहले बैच का शुभारंभ आज डायट सैदपुर,गाज़ीपुर में हुआ। पहले सत्र में सबसे पहले प्रतिभागियों का पंजीकरण और उनकी पूर्व जानकारी के आधार पर प्री-टेस्ट हुआ। इसके बाद डायट प्रवक्ता और प्रशिक्षण नोडल डॉ0 मंज़र कमाल ने इस प्रशिक्षण का विस्तृत खाका और मॉड्यूल का परिचय प्रस्तुत किया। उन्होंने प्रशिक्षण के उद्देश्यों और महत्व आदि पर बेहतरीन रोशनी डाली। उन्होंने इस प्रशिक्षण को अत्यंत अनोखा, आवश्यक, उपयोगी,और विशेष रूप से स्कूली बच्चों के लिए वर्तमान माहौल में अत्यंत महत्वपूर्ण बताया। डॉक्टर मंज़र कमाल ने सुरक्षा और संरक्षा के सभी पहलुओं पर प्रकाश डाला और शिक्षकों से कहा कि वे प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद इसे अपने स्कूल और समाज में लागू करें जिससे एक सुरक्षित स्कूल और सुरक्षित समाज का निर्माण हो सके । दूसरे नोडल आलोक कुमार ने भी अपने संबोधन में इस प्रशिक्षण के महत्व और उपयोगिता इत्यादि पर प्रकाश डाला। उन्होंने भी शिक्षकों से सक्रिय रूप से प्रतिभाग करने और इससे लाभान्वित होने की बात कही।इसके बाद सभी प्रतिभागियों का परिचय सत्र पूरा हुआ। परिचय सत्र के बाद टी ब्रेक का समय हो गया। इसके बाद दूसरे सत्र में संदर्भदाता धीरेंद्र प्रताप सिंह ने पीपीटी आदि की सहायता से 'सुरक्षा और संरक्षण: अर्थ और पहलू' विषय पर प्रशिक्षण प्रदान किया। उन्होंने विभिन्न उदाहरणों और गतिविधि के माध्यम से अपने विषय को बेहतर ढंग से प्रस्तुत किया। इसके बाद लंच का समय हो गया। दोपहर के भोजन के बाद तीसरे सत्र में संदर्भदाता मणी कांत चौबे ने 'स्वास्थ्य और स्वच्छता' विषय पर प्रशिक्षण प्रदान किया और इसके विभिन्न पहलुओं को पीपीटी आदि की सहायता से प्रस्तुत किया। फिर इसे प्रत्येक समूह ने प्रस्तुत किया। प्रशिक्षण में भाग लेने वाले शिक्षकों ने बहुत उत्साह से भाग लिया। प्रशिक्षण में मंच संचालन डॉ0 मंज़र कमाल ने किया। इस अवसर पर डायट प्रवक्ता राकेश यादव,डॉ0 सर्वेश राय,हरिओम यादव,निधि और ज़मानिया,भदौरा,भांवरकौल और रेवतीपुर ब्लॉक से भाग लेने वाले बेसिक शिक्षा विभाग के शिक्षक आदि उपस्थित थे।