गाजीपुर, 12 दिसंबर। जिलाधिकारी एवं जिला उप संचालक चकबन्दी, श्री आर्यका अखौरी की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में चकबन्दी कार्यों की गहन समीक्षा बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में आयुष चौधरी, मुख्य राजस्व अधिकारी/उप संचालक चकबन्दी, रमजान बख्श, बन्दोबस्त अधिकारी चकबन्दी, चकबन्दी अधिकारी और समस्त सहायक चकबन्दी अधिकारी उपस्थित थे।

बैठक में कुल 17 ग्रामों की चकबन्दी प्रक्रिया की ग्रामवार समीक्षा की गई। इनमें 06 ग्राम बेमुआ, शेरपुर ढोटारी, हटवार मुरारसिंह, भैरोपुर, मखदूमपुर और दशवन्तपुर नव प्रसार के अंतर्गत हैं, जिन्हें 2023 एवं 2024 में चकबन्दी प्रक्रिया में शामिल किया गया है। इन सभी ग्रामों में चकबन्दी कार्य निर्धारित लक्ष्य के अनुरूप चल रहा है। वहीं, ग्राम रायपुर बाघपुर में धारा-52 का प्रकाशन पूर्ण कर लिया गया है, जबकि 10 अन्य ग्रामों जैसे बबुरा, सकरा, मौधियां, तरांव (सैदपुर), तरांव (खानपुर), तिलसड़ा, दरवेपुर, बद्धोपुर, बघांव और मुड़ियार में 10 वर्ष से अधिक समय से चकबन्दी प्रक्रिया चल रही है। इन ग्रामों की चकबन्दी प्रक्रिया का नियमित अनुश्रवण करते हुए, जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि इन्हें अगले दो वर्षों में पूर्ण किया जाए।

जिलाधिकारी ने मा० उच्च न्यायालय के स्थगन से प्रभावित 03 ग्रामों- तिलसड़ा, दरवेपुर और तरांव (खानपुर)- में स्थगन आदेश समाप्त कराने के लिए प्रभावी पैरवी करने के निर्देश दिए। बैठक में सभी अधिकारियों को यह निर्देश दिया गया कि वे जन समस्याओं के प्रति संवेदनशील रहें और समस्याओं का गुणवत्तापूर्वक समाधान करें। इस वित्तीय वर्ष में चकबन्दी कार्यों को निष्पक्ष, पारदर्शी, समयबद्ध और गुणवत्ता के साथ पूरा करने के लिए निर्देशित किया गया।

इसके अतिरिक्त, उप संचालक चकबन्दी, बन्दोबस्त अधिकारी चकबन्दी और चकबन्दी अधिकारियों को चकबन्दी न्यायालयों में विचाराधीन मामलों का समयबद्ध निस्तारण करने और विभिन्न चकबन्दी न्यायालयों की पत्रावलियों तथा चकबन्दी प्रक्रिया में शामिल ग्रामों के अभिलेखों का रख-रखाव बेहतर ढंग से सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए।