गाजीपुर: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा भारत रत्न डॉ. बी.आर. अंबेडकर के खिलाफ की गई आपत्तिजनक टिप्पणी के विरोध में आज कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने गाजीपुर जिला मुख्यालय पर जोरदार प्रदर्शन किया। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने सरजू पांडेय पार्क से विरोध मार्च निकालते हुए जिलाधिकारी कार्यालय तक पहुंचकर अपना विरोध जताया।

इस अवसर पर कांग्रेस के जिला अध्यक्ष सुनील राम ने कहा, "17 दिसंबर 2024 को अमित शाह ने डॉ. अंबेडकर के बारे में जो टिप्पणी की, वह न केवल अपमानजनक है, बल्कि यह मौजूदा भाजपा सरकार की दलित विरोधी मानसिकता को भी उजागर करता है। उन्हें तत्काल माफी मांगनी चाहिए और अपने पद से इस्तीफा देना चाहिए।"

पूर्व विधायक अमिताभ अनिल दुबे ने कहा, "केंद्रीय गृह मंत्री का यह बयान न केवल बाबा साहब की विरासत का अपमान है, बल्कि उन करोड़ों भारतीयों का भी घोर अपमान है, जो डॉ. अंबेडकर को भारतीय संविधान के निर्माता और सामाजिक न्याय के प्रणेता के रूप में पूजते हैं।"

कांग्रेस के शहर अध्यक्ष संदीप विश्वकर्मा ने कहा, "यह बयान एक संवैधानिक पदाधिकारी से बेहद अपमानजनक है और हमारे गणतंत्र की नींव को कमजोर करने का प्रयास है। अमित शाह को तुरंत माफी मांगनी चाहिए और भाजपा को उन्हें बर्खास्त करना चाहिए।"

एआईसीसी सदस्य रविकांत राय और पूर्व अध्यक्ष डॉ. मार्कंडेय सिंह ने भी इस टिप्पणी की निंदा करते हुए कहा कि डॉ. अंबेडकर समानता, न्याय और संविधान के प्रतीक हैं। उनके खिलाफ किए गए प्रयासों से समाज में असामान्य स्थिति उत्पन्न हो सकती है और इसे रोकने के लिए जन आंदोलन की आवश्यकता हो सकती है।

प्रदर्शन में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता बटुक नारायण मिश्र, अजय कुमार सिंह, पीसीसी सदस्य अजय कुमार श्रीवास्तव, राजीव सिंह, अरविंद मिश्रा, सुमेर कुशवाहा, चंद्रिका सिंह, महबूब निशा, विद्याधर पांडे, मंसूर जैदी, सतीश उपाध्याय, डॉ. गुड्डू, आलोक यादव, करुणा निधि राय, शंभू सिंह कुशवाहा, और अन्य कई वरिष्ठ नेता उपस्थित रहे।

कांग्रेस ने यह स्पष्ट किया कि यदि अमित शाह माफी नहीं मांगते हैं, तो उनका विरोध सड़क से संसद तक जारी रहेगा।