गाजीपुर। जिले में अपराध नियंत्रण के तहत चलाए जा रहे अभियान में थाना नन्दगंज पुलिस टीम और स्वाट/सर्विलांस टीम ने एक बड़ी सफलता हासिल की है। थाना नन्दगंज में 29 दिसंबर 2024 को गंगा किन्नर उर्फ हर्ष उपाध्याय की हत्या के मामले का पर्दाफाश करते हुए पुलिस ने 4 आरोपियों और 1 बाल अपचारी को गिरफ्तार किया। इस हत्याकांड के आरोपी सत्त्यम राम और उसके तीन साथियों को हत्या में इस्तेमाल की गई मोटरसाइकिल सहित गिरफ्तार किया गया है।

पुलिस द्वारा मिली जानकारी के मुताबिक, 29 दिसंबर को नन्दगंज कस्बे के कृष्णा यादव रेडिमेट की दुकान में गंगा किन्नर उर्फ हर्ष उपाध्याय की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली कि आरोपी सत्यम राम और उसके साथी मोटरसाइकिल से भागने के लिए अगस्ता बाजार की ओर जा रहे हैं। पुलिस ने सक्रियता दिखाते हुए दो टीमों में विभाजित होकर अभियुक्तों को गिरफ्तार किया और घटना में प्रयुक्त हथियार भी बरामद किए।

गिरफ्तार अभियुक्तों में सत्यम कुमार, अजय राम, मिथिलेश यादव और रानी किन्नर शामिल हैं। इन अभियुक्तों ने गंगा किन्नर की हत्या करने के लिए एक साजिश रची थी, जिसमें व्यक्तिगत रंजिश और क्षेत्रीय विवादों ने मुख्य भूमिका निभाई। हत्या के पीछे गाने-बजाने के क्षेत्र को लेकर पुराना विवाद था, और रानी किन्नर ने गंगा किन्नर को रास्ते से हटाने की योजना बनाई थी। इस साजिश में बिट्टू किन्नर और उसका साथी किशन उर्फ राहुल भी शामिल थे।

गिरफ्तार अभियुक्तों का विवरण:

1. सत्यम कुमार (20 वर्ष) - निवासी ग्राम सिहोरी, थाना नन्दगंज, गाजीपुर,

2. अजय राम (21 वर्ष) - निवासी ग्राम सबुआ, थाना करण्डा, गाजीपुर,

3. मिथिलेश यादव (18 वर्ष) - निवासी ग्राम हकीमपुर, थाना नन्दगंज, गाजीपुर,

4. रानी किन्नर (26 वर्ष) - निवासी ग्राम पारसपुर बुढ़ानपुर, थाना भुड़कुड़ा, गाजीपुर,

5. 01 बाल अपचारी,

बरामदगी:

1 मोटरसाइकिल (घटना में प्रयुक्त),

1 पिस्टल 32 बोर और 2 जिंदा कारतूस,

1 देशी तमंचा .315 बोर और 1 जिंदा कारतूस

अभियुक्त का आपराधिक इतिहास:

1. मु0अ0सं0 07/2024, धारा 307 (हत्या का प्रयास), थाना नन्दगंज

2. मु0अ0सं0 245/2024, धारा 103(1), 61(2) बी0एन0एस0 और 3/25 आयुध अधिनियम

पुलिस टीम की सराहनीय भूमिका: इस सफलता में थाना नन्दगंज के थानाध्यक्ष कमलेश कुमार मय हमराह, स्वाट टीम के प्रभारी प्रमोद कुमार सिंह और सर्विलांस प्रभारी शिवाकान्त मिश्रा की अहम भूमिका रही। इन टीमों ने मिलकर पूरी तत्परता और सक्रियता से हत्यारों को पकड़ने में सफलता प्राप्त की और इलाके में कानून-व्यवस्था बनाए रखने में महत्वपूर्ण योगदान दिया।

यह कड़ी कार्रवाई अपराधियों के खिलाफ चलाए जा रहे पुलिस अभियान की सफलता का प्रतीक बनकर सामने आई है।