युवाओं को पहले सारनाथ, एक महत्वपूर्ण बौद्ध तीर्थ स्थल, का दौरा कराया गया। यह स्थल विशेष रूप से प्रसिद्ध है क्योंकि यहीं भगवान बुद्ध ने बोधगया में ज्ञान प्राप्ति के बाद अपना पहला उपदेश दिया था। इस ऐतिहासिक स्थल की यात्रा के दौरान राजेश यादव, सहायक निदेशक पुरातत्व संग्रहालय, ने युवाओं को सारनाथ के ऐतिहासिक महत्व और धार्मिक स्थलों के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
दोपहर बाद, कार्यक्रम का हिस्सा बने युवाओं को काशी विश्वनाथ मंदिर के दिव्य दर्शन का अवसर मिला। इस दौरान सभी युवा अत्यंत अविभूत और आस्थापूरित महसूस कर रहे थे। काशी विश्वनाथ मंदिर के दर्शन ने उन्हें आध्यात्मिक दृष्टि से भी समृद्ध किया।
इस कार्यक्रम में मेरठ से 22 बालक और 4 बालिकाएं भाग ले रही हैं। साथ ही, राज्य प्रशिक्षक श्री अंगद, लेखाकार एवं कार्यक्रम सहायक श्री सुभाष प्रजापति, और युवा मंडल साथी श्री राकेश ने कार्यक्रम को सफल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
इस तरह के आयोजनों से युवाओं को न केवल अपने देश के सांस्कृतिक और धार्मिक धरोहरों के बारे में जानकारी मिलती है, बल्कि उन्हें अपनी जड़ों से जुड़ने का भी एक अनमोल अवसर प्राप्त होता है।