गाज़ीपुर। नेहरू युवा केंद्र गाज़ीपुर, माय भारत, युवा कार्य एवं खेल मंत्रालय, भारत सरकार के तत्वावधान में विकासखंड बिरनो के रायपुर तरछा में आयोजित दो दिवसीय खेलकूद प्रतियोगिता सफलतापूर्वक संपन्न हो गई। इस प्रतियोगिता ने क्षेत्रीय युवाओं को खेलकूद के प्रति जागरूक करने और उन्हें अपनी प्रतिभाओं को प्रदर्शित करने का एक शानदार अवसर प्रदान किया।
प्रतियोगिता के विभिन्न वर्गों में शानदार प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों को सम्मानित किया गया। बालिका वर्ग कबड्डी प्रतियोगिता में युवा मंडल डंडापुर ने विजेता का खिताब जीता, जबकि रायपुर उपविजेता रहा। वॉलीबॉल बालक वर्ग में सरदरपुर विजेता बना, वहीं रायपुर उपविजेता रहा। 400 मीटर बालक वर्ग की दौड़ में निलेश राजभर ने पहला, नितेश राजभर ने दूसरा और अभय गोंड ने तीसरा स्थान प्राप्त किया। कुश्ती 45 से 55 किलोग्राम वर्ग में आदित्य पाल विजेता रहे, जबकि छोटे लाल यादव उपविजेता बने। बैडमिंटन बालिका वर्ग में श्रेया चौहान ने पहला स्थान प्राप्त किया, जबकि मधु कुमारी उपविजेता रही। धीमी गति 500 मीटर साइकलिंग में आरती ने पहला, आंचल ने दूसरा और मधु चौहान ने तीसरा स्थान हासिल किया।
पुरस्कार वितरण समारोह में प्रमुख वक्ताओं ने खिलाड़ियों की मेहनत की सराहना की। प्रबंधक काशी नाथ चौहान ने अपने संबोधन में कहा कि नेहरू युवा केंद्र द्वारा आयोजित इस प्रकार की प्रतियोगिताओं से युवाओं में खेलों के प्रति जागरूकता बढ़ रही है। उन्होंने कहा कि पहली बार जिला स्तर के विजेता खिलाड़ी राज्य स्तर की प्रतियोगिता में लखनऊ में प्रतिभाग करेंगे, जो युवाओं के लिए एक बड़ी उपलब्धि है।
वहीं, ग्राम प्रधान अवधेश यादव ने अपने अध्यक्षीय संबोधन में कहा कि यदि गांव के लोग अपने बच्चों को सुबह 4:00 बजे जाग कर खेल, योग और व्यायाम आदि में नियमित रूप से अभ्यास कराएं, तो न केवल शारीरिक वृद्धि होगी, बल्कि बच्चे बीमारियों से भी लड़ने में सक्षम होंगे। उन्होंने गांवों में मिनी स्टेडियम बनाने की आवश्यकता पर भी बल दिया, ताकि युवा खेलों में अपनी प्रतिभा दिखा सकें।
इस अवसर पर स्वामी नाथ चौहान, संतोष चौबे, कन्हैया चौहान, शशिकांत, इशरत खान, ब्यूटी राजभर सहित कई सम्मानित व्यक्ति और खिलाड़ी उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन अंगद सिंह यादव ने किया, जबकि कालीचरण राजभर ने सभी का आभार व्यक्त किया।
इस आयोजन ने खेलों के महत्व को पुनः स्थापित किया और यह संदेश दिया कि खेल केवल मनोरंजन का साधन नहीं, बल्कि शारीरिक और मानसिक विकास का भी एक अहम हिस्सा हैं।