गाज़ीपुर। सुभाष इंटर कालेज घरिहां में वार्षिकोत्सव बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। इस आयोजन के मुख्य अतिथि डॉ. महेन्द्र सिंह, पूर्व विभागाध्यक्ष भूगोल विभाग डीसीएसके पीजी कॉलेज मऊ रहे, जबकि कार्यक्रम की अध्यक्षता विद्यालय के संस्थापक प्रधानाचार्य राजेन्द्र देव पाण्डेय ने की।

कार्यक्रम की शुरुआत परिसर में स्थापित नेताजी सुभाष चंद्र बोस और विद्यालय के संस्थापक स्व. दूधनाथ सिंह की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर की गई। इसके बाद सरस्वती जी के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलन कर कार्यक्रम का औपचारिक शुभारंभ किया गया।

इस दौरान विद्यालय के बच्चों ने विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया, जिनमें सरस्वती वंदना, स्वागत गीत, स्पीच, नाटक और अन्य मनमोहक प्रस्तुतियां शामिल थीं। कार्यक्रम में बच्चों ने अपनी प्रतिभा का अद्भुत प्रदर्शन किया।

मुख्य अतिथि डॉ. महेन्द्र सिंह ने अपने संबोधन में नेताजी सुभाष चंद्र बोस के जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि बच्चों को नेताजी के दिखाए रास्ते पर चलकर ही समाज और देश की उन्नति संभव है। उन्होंने आगे कहा, "आज हमारा देश पूरी दुनिया में मजबूती से उभर रहा है, और हमें 2047 तक मिलजुल कर भारत को एक विकसित राष्ट्र बनाना होगा। इसके लिए युवाओं और छात्रों को अपनी जिम्मेदारी समझनी होगी।" उन्होंने नेताजी के प्रसिद्ध नारे "मेरा देश ही मेरा कैरियर है" को याद करते हुए बच्चों से देश प्रथम की भावना से काम करने का आह्वान किया।

कार्यक्रम के अध्यक्ष, राजेन्द्र देव पाण्डेय ने भी नेताजी के संघर्षों पर प्रकाश डालते हुए बताया कि नेताजी बहुत मेधावी छात्र थे और उन्होंने आईसीएस की परीक्षा पास की थी, लेकिन उन्होंने निजी सुखों को त्याग कर देश की स्वतंत्रता की ओर कदम बढ़ाया। उन्होंने जापान की मदद से आज़ाद हिन्द फौज का गठन किया और देश की आज़ादी में महत्वपूर्ण योगदान दिया। उनका प्रसिद्ध नारा "तुम मुझे खून दो, मैं तुम्हें आज़ादी दूंगा" आज भी हर भारतीय के दिल में गूंजता है।

कार्यक्रम के समापन के दौरान, विद्यालय के प्रधानाचार्य उदय नारायण सिंह ने मुख्य अतिथि और अध्यक्ष को धन्यवाद ज्ञापित करते हुए बच्चों को नेताजी के बताये रास्तों पर चलने के लिए प्रेरित किया। इस अवसर पर श्याम नारायण राम, प्रभुनाथ सिंह यादव, अजय प्रकाश यादव, विनोद कुमार, प्रवीण यादव, अरविन्द कुमार, शेर बहादुर सरोज, पूरा गुप्ता, विपिन गुप्ता, मधुप्रेमा सिंह सहित अन्य सम्मानित व्यक्ति उपस्थित रहे।

विद्यालय की प्रबंधक, कलावती सिंह ने आगंतुकों को स्मृति चिन्ह और अंगवस्त्र भेंट किए, जबकि सुधांशु शेखर ने धन्यवाद ज्ञापित किया। कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान के साथ हुआ।

इस आयोजन के माध्यम से बच्चों को नेताजी के आदर्शों और संघर्षों से प्रेरणा लेने का अवसर मिला, और उन्हें अपने कर्तव्यों के प्रति जागरूक किया गया।