गाजीपुर/कोलकाता। मॉरीशस के निवासी गुरुदत्त छट्ठू आने वाले दिनों में भारत यात्रा पर निकलने वाले हैं। इस यात्रा का मुख्य उद्देश्य गिरमिटिया मजदूरों पर आधारित एक पुस्तक के लिए शोध कार्य करना है। गुरुदत्त ने समाचार पत्रों से बातचीत में अपने आगामी यात्रा के बारे में जानकारी दी और बताया कि वह कोलकाता के खिदिरपुर बंदरगाह भी जाएंगे, जहाँ से उनके पूर्वजों की पीढ़ियाँ मॉरीशस के लिए रवाना हुई थीं।
गुरुदत्त के अनुसार, उनके पूर्वज झारखंड के बुंडू क्षेत्र से थे, और जानकारी के मुताबिक, उनके पूर्वज तमाशा दिखाने वाले कलाकार थे। खुद भी शौकिया तौर पर जादूगर होने के कारण गुरुदत्त ने कई देशों में मैजिक शो किए हैं। वह अपना नाम गुरुदत्त छट्ठू इस प्रेरणा से लिखते हैं, जो उनके पूर्वजों की याद में है।
गुरुदत्त ने बताया कि इस पुस्तक के माध्यम से वह मॉरीशस, सूरीनाम और अन्य देशों में रहने वाले गिरमिटिया वंशजों की वंशावली तलाशने में मदद करेंगे। इस यात्रा में उनके भाई और अन्य पारिवारिक सदस्य भी उनका साथ देंगे। 18 फरवरी को यात्रा के पहले चरण में वह मुंबई पहुंचेंगे, और वहां से अपनी यात्रा का मार्ग तय करेंगे। इसके बाद वह कोलकाता जाएंगे, और यात्रा के अंतिम पड़ाव पर वह गाजीपुर में अपने पुराने परिचितों से मिलने भी आ सकते हैं।
गुरुदत्त का यह प्रयास गिरमिटिया मजदूरों और उनके वंशजों के इतिहास को उजागर करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा, और इससे इन लोगों को अपनी जड़ों से जुड़ने का मौका मिलेगा।