दुलहीपुर, 2 फरवरी: फ्लोरेंस स्कूल में आज बसंत पंचमी पर्व के अवसर पर विद्या की अधिष्ठात्री देवी सरस्वती का वैदिक विधि-विधान से पूजन एवं यज्ञ धूमधाम से संपन्न हुआ। इस अवसर पर प्रबंध निदेशक अशोक कुमार ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि बसंत पंचमी हमारे देश की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत का प्रतीक है। यह पर्व हमारे पूर्वजों की ज्ञान और कला के प्रति गहरी रुचि की विरासत है।
अशोक कुमार ने कहा, "बसंत पंचमी न केवल ऋतु परिवर्तन का संकेत है, बल्कि यह ज्ञान, संगीत, कला और नवजीवन का प्रतीक भी है। यह त्योहार हमें प्रकृति की सुंदरता और जीवन के नए अध्याय की शुरुआत का एहसास कराता है।" उन्होंने यह भी बताया कि इस दिन लोग पीले रंग के वस्त्र पहनते हैं, जो बसंत ऋतु का प्रतीक है, क्योंकि इस समय प्रकृति में पीले रंग की भरपूरता होती है।
प्रबंध निदेशक ने कहा कि हमें ज्ञान, कला और प्रकृति के साथ सामंजस्य बनाकर चलना चाहिए और मां सरस्वती से प्रार्थना की कि वे हम सभी को ज्ञान और सद्बुद्धि प्रदान करके सही मार्ग पर चलने की प्रेरणा दें।
इस धार्मिक और सांस्कृतिक आयोजन में स्कूल के प्रमुख शिक्षक, कर्मचारी और छात्र-छात्राएं भी बड़ी संख्या में उपस्थित थे। कार्यक्रम में सुरेश शर्मा, राजेश कुमार शर्मा, शिवांगी शुक्ला, प्रीति पटेल, शेफाली सोहेल, रुखसार बानो सहित कई अन्य लोग शामिल हुए।
बसंत पंचमी के इस पवित्र अवसर पर फ्लोरेंस स्कूल ने शिक्षा और कला के क्षेत्र में उत्कृष्टता की ओर अग्रसर होने का संकल्प लिया।