वाराणसी। नेहरू युवा केंद्र, माय भारत वाराणसी, युवा कार्यक्रम एवं मंत्रालय तथा गृह मंत्रालय, भारत सरकार के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित शिविर के तीसरे दिन युवाओं ने काशी का अद्भुत अनुभव किया। शिविर में विभिन्न प्रदेशों के युवाओं ने एक साथ मिलकर इस सांस्कृतिक और धार्मिक नगरी की महिमा को महसूस किया।

शिविर के तीसरे दिन की शुरुआत दैनिक क्रिया और योगाभ्यास से हुई। इसके बाद, सुकमा, कांकेर, दंतेवाड़ा, बालाघाट और कंधमाल जैसे पांच जनपदों के युवा साथ आए। उपनिदेशक माहे आलम, जिला युवा अधिकारी रामगोपाल और आयोजन प्रभारी प्रतीक साहू के नेतृत्व में इन युवाओं को काशी कॉरिडोर में बाबा भोलेनाथ का दर्शन कराया गया।

इसके बाद, काशी हिंदू विश्वविद्यालय का भ्रमण भी आयोजित किया, जिसमें प्रोफेसर बाला लखेंद्र जी ने मार्गदर्शन किया। विश्वविद्यालय परिसर में युवाओं ने ज्ञान और संस्कृति का संगम देखा। भ्रमण के बाद, सभी युवाओं ने नमो घाट पर मां गंगा का दर्शन और पूजन किया, जहां घाट की भव्यता को देखकर वे अत्यंत प्रभावित हुए।

सायंकाल में आयोजित सांस्कृतिक संध्या में विभिन्न जनपदों के युवाओं ने अपनी लोक परंपराओं पर आधारित सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ दी। इस अवसर पर क्षेत्र भ्रमण के दिन ट्रैफिक पुलिस, स्वास्थ्य विभाग, जिला प्रशासन, वाराणसी और गाजीपुर के स्वयं सेवकों का सहयोग अत्यधिक सराहनीय रहा।

इस कार्यक्रम से युवाओं को काशी के धार्मिक, सांस्कृतिक और ऐतिहासिक महत्व को समझने का अवसर मिला और उन्हें अपनी सांस्कृतिक धरोहर से जुड़ने की प्रेरणा मिली।