गाज़ीपुर: हरिद्वार यादव पूर्व प्रधानाचार्य और यादव महासभा के संरक्षक के नेतृत्व में "भाईचारा सद्भावना सर्वसमाज पी डी ए समारोह" का आयोजन संत श्री मौनी बाबा मैरेज हाल, सुआपुर (सबुआ मार्ग पर), चोचकपुर में किया गया। इस आयोजन में समाज के विभिन्न वर्गों के लोगों ने एकत्र होकर सामाजिक समरसता को बढ़ावा देने का संदेश दिया।
समारोह की अध्यक्षता समाजवादी पार्टी के जिलाध्यक्ष गोपाल यादव ने की, जिन्होंने अपने संबोधन में कहा कि यह हमारे समाज में एकता और समरसता की भावना को मजबूत करने का अवसर है। उन्होंने कहा कि हमें एकजुट होने और एक दूसरे से प्यार और भाईचारे का संबंध बनाने की प्रेरणा देता है, न कि इसे किसी विभाजन का कारण बनाना चाहिए।
कार्यक्रम में पूर्व जिलाध्यक्ष और प्रदेश कमेटी के सदस्य रामधारी यादव ने कहा कि होली जैसे त्योहारों से हमें सजग होकर समाज में एकता बनाए रखने की जरूरत है। उन्होंने यह भी कहा कि तभी देश और प्रदेश तरक्की कर पाएंगे। सभा में तहसीन अहमद ने बताया कि भारतीय समाज के विभिन्न धर्मों के लोग एक दूसरे का सहयोग करते हैं, यही हमारी खूबसूरती है। उन्होंने भाजपा सरकार की नफरत फैलाने की नीतियों से समाज को दूर करने की आवश्यकता पर जोर दिया।
मदन सिंह यादव, प्रधान संघ अध्यक्ष और यादव महासभा के जिलाध्यक्ष, जिन्होंने सभा में प्रमुख रूप से हिस्सा लिया, ने 2027 में पी.डी.ए. सरकार बनाने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि हम सभी को जाति-पाती से ऊपर उठकर काम करने की जरूरत है, ताकि समाज का कल्याण हो सके। भरत यादव, पूर्व प्रधानाचार्य और राष्ट्रीय सचिव शिक्षक सभा ने एकता और शिक्षा के महत्व को बताते हुए समाज में एकजुटता की आवश्यकता पर बल दिया।
समारोह में अन्य प्रमुख वक्ताओं ने भी अपने विचार रखे, जिनमें जगत मोहन बिंद (प्रदेश कमेटी सदस्य), कमलेश यादव (प्रदेश सचिव पिछड़ा प्रकोष्ठ), सूरज राम बागी (प्रदेश सचिव पिछड़ा प्रकोष्ठ), अमित ठाकुर (अध्यक्ष, लोहिया वाहिनी), विभा पाल (अध्यक्ष महिला प्रकोष्ठ), तथा कई अन्य प्रमुख नेता उपस्थित थे। सभा का संचालन समाजवादी जनता पार्टी के प्रदेश सचिव और यादव महासभा के प्रदेश महासचिव रामविजय सिंह यादव ने किया। उन्होंने अपने भाषण में डॉ. भीमराव अंबेडकर द्वारा दिए गए अधिकारों की सुरक्षा की आवश्यकता पर जोर दिया और कहा कि यदि समय रहते इन अधिकारों पर ध्यान नहीं दिया गया, तो यह अधिकार समाप्त हो सकते हैं।
इस कार्यक्रम में उमाकांत यादव, गिरधारी यादव, कैलाश यादव, छोटू यादव, आकाश यादव, मृत्युंजय यादव, जय प्रकाश यादव, बसंत लाल राम, बिट्टू यादव, सैफुद्दीन अंसारी, अजीत कुमार, लक्ष्मण राम, शिवाश्रय यादव, शम्भू यादव, राजा राम यादव, उपेंद्र यादव, प्रमोद यादव, विजयी यादव और अन्य समाज के लोग उपस्थित रहे।
इस समारोह में समाज ने भाईचारे और एकता का संदेश दिया और इसने सभी वर्गों के बीच सामंजस्य और समृद्धि को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया।