वाराणसी। नेहरू युवा केंद्र वाराणसी और माय भारत युवा कार्यक्रम के तत्वावधान में आयोजित पांच दिवसीय सीमावर्ती क्षेत्र युवा आदान-प्रदान कार्यक्रम रविवार को सकुशल समापन के साथ संपन्न हुआ। यह कार्यक्रम वाराणसी के सारनाथ स्थित धमचक मेडिसिन सेंटर में हुआ था, जिसका मुख्य उद्देश्य विभिन्न राज्यों के युवाओं के बीच संस्कृति, भाषा और सामाजिक आदान-प्रदान को बढ़ावा देना था।

समापन समारोह की शुरुआत युवाओं के प्रेरणा स्रोत स्वामी विवेकानंद के चित्र पर माल्यार्पण कर की गई। मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित राज्यसभा सांसद डॉ. संगीता बलवंत ने इस मौके पर संबोधित करते हुए कहा, "जहां विभिन्न प्रदेशों के लोग एक साथ मिलते हैं, वहां सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। भारत विविधताओं का देश है और यहां 'अनेकता में एकता' की झलक हमेशा दिखाई देती है। आपका प्रयास ऐसा होना चाहिए, जिससे आपके परिवार, क्षेत्र, और प्रदेश का नाम रोशन हो। साथ ही, भारत को विश्व गुरु बनाने में अपना योगदान दें।"

पांच दिवसीय इस कार्यक्रम में पश्चिम बंगाल (जलपाईगुड़ी), उत्तराखंड (रुद्रप्रयाग), सिक्किम, राजस्थान (गंगानगर), असम (कामरूप) और बिहार (मधुबनी) से आए युवाओं ने एक-दूसरे की संस्कृति, भाषा, खानपान, और रहन-सहन से परिचित होते हुए आपसी सद्भाव और समझ को बढ़ावा दिया। कार्यक्रम के दौरान युवाओं को काशी के ऐतिहासिक और धार्मिक स्थल, जैसे बाबा विश्वनाथ के दर्शन और सारनाथ स्थित पवित्र बौद्ध स्थल का भ्रमण भी कराया गया।

कार्यक्रम के अंतर्गत विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले युवाओं को सम्मानित भी किया गया। पिंटू (राजस्थान) को स्वच्छता अवार्ड, सौम्या नौटियाल (उत्तराखंड) को अनुशासन अवार्ड, सीमा एवं रितु मनी राय (असम) को सांस्कृतिक आदान-प्रदान अवार्ड, जैस्मिन खातून (पश्चिम बंगाल) को सांप्रदायिक सद्भाव पुरस्कार और कंचन दहाल (सिक्किम) को प्रखर वक्ता सम्मान प्रदान किया गया।

इस अवसर पर ट्रैफिक पुलिस के देवानंद बनरवाल ने युवाओं को ट्रैफिक नियमों के प्रति जागरूक किया। कार्यक्रम का संचालन प्रशिक्षक अंगद यादव ने किया, जबकि अतिथियों का स्वागत नेहरू युवा केंद्र के लेखा एवं कार्यक्रम सहायक सुभाष चंद्र प्रसाद ने किया। अंत में, धन्यवाद ज्ञापन नेहरू युवा केंद्र वाराणसी के जिला युवा अधिकारी प्रतीक साहू ने किया।

कार्यक्रम में रिंकी बलवंत, अर्चना बलवंत, कृति बलवंत, डॉ. शिव शंकर यादव, राकेश यादव, और अन्य प्रमुख व्यक्ति उपस्थित थे। यह कार्यक्रम भारतीय संस्कृति की विविधता और एकता को बढ़ावा देने के साथ-साथ युवा पीढ़ी को राष्ट्र निर्माण में अपनी भूमिका निभाने के लिए प्रेरित करता है।