गोविंदपुर (गाज़ीपुर), 5 अप्रैल: बौद्ध कल्याणकारी महिला उत्थान ट्रस्ट के तत्वावधान में अशोकाष्टमी के मौके पर गरीब और असहाय महिलाओं को निःशुल्क चश्मा वितरित किया गया। यह वितरण समारोह खासतौर पर समाजसेवी राजकुमार मौर्य के नेतृत्व में हुआ। उन्होंने बताया कि यह चश्मा वितरण उन 84 लाभार्थियों को किया गया, जिनका परीक्षण 7 जनवरी को आयोजित नेत्र चिकित्सा शिविर में किया गया था।

इस कार्यक्रम का आयोजन बोध गया में स्थित महाबोधि मंदिर के इतिहास और सम्राट अशोक की स्मृति में किया गया। समाजसेवी राजकुमार मौर्य ने अपने संबोधन में बताया कि सम्राट अशोक ने 84,000 बौद्ध स्तूपों का निर्माण करवाया था, जिनके साक्ष्य आज भी इतिहास के पन्नों पर दर्ज हैं। उन्होंने यह भी कहा कि बोध गया का महाबोधि मंदिर सम्राट अशोक द्वारा बनवाया गया था और अब इस ऐतिहासिक धरोहर को संकट का सामना करना पड़ रहा है।

समाजसेवी मुनेश्वर सागर ने कहा कि सम्राट अशोक जैसा सम्राट इतिहास में कोई दूसरा नहीं था। उन्होंने अपने कार्यों से भारतीय समाज को एक नया दिशा दी, और उनके योगदान को मिटाना असंभव है। उनका इतिहास शिलाओं पर अंकित लेखों में सदैव जीवित रहेगा।

इस अवसर पर संस्था के कार्यों की सराहना करते हुए हिमांशु मौर्य ने कहा कि आजकल हर कोई व्यस्त है, और गरीबों की समस्याओं पर ध्यान नहीं देता। लेकिन यह संस्था निरंतर गरीबों की मदद करने के लिए समर्पित है।

समाजसेवी राजकुमार मौर्य ने खुद अपने हाथों से महिलाओं को चश्मा पहनाया और उन्हें किताबें पढ़ने के लिए प्रेरित किया। चश्मा पाकर महिलाएं अत्यधिक खुश दिखाई दीं। इस मौके पर बड़ी संख्या में महिलाएं मौजूद थीं, जिनमें राम दरस राजभर, अनीता देवी, कबूतरी देवी, दुलारी देवी, शीला देवी, सुविधा देवी, मीरा देवी, मन भगवती देवी, कुमारी देवी, अनिता देवी, बदामी देवी, सोनम कुमारी, अशोक सिंह, सुरेश शर्मा, आशा देवी, सुरेंद्र राजभर, रमावती देवी, सुचित्रा देवी, राजकुमारी देवी, छोलिया देवी, सरस्वती देवी, राधिका देवी, भूटान राजभर, कुमारी देवी, शिव कुमारी देवी सहित सैकड़ों महिलाएं शामिल थीं।

यह आयोजन समाज में सौहार्द और बंधुत्व को बढ़ावा देने का एक महत्वपूर्ण प्रयास है, जो गरीब और जरूरतमंदों के बीच समृद्धि और सहयोग की भावना को सुदृढ़ करता है।