दुल्लहपुर (गाजीपुर), 20 अप्रैल: "एक राष्ट्र, एक चुनाव" अभियान के अंतर्गत आज शबरी स्नातकोत्तर महाविद्यालय, सिखड़ी में महिला सम्मेलन का आयोजन किया गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में पूर्व कैबिनेट मंत्री एवं पूर्व सांसद प्रो. रीता बहुगुणा जोशी उपस्थित रहीं। उन्होंने “वन नेशन, वन इलेक्शन” की अवधारणा को विस्तार से समझाते हुए कहा कि यह योजना देश के संसाधनों की बचत, चुनाव प्रक्रिया की पारदर्शिता और प्रशासनिक निरंतरता बनाए रखने की दिशा में एक सशक्त कदम है।

जोशी ने बताया कि बार-बार चुनाव कराने से न केवल आर्थिक बोझ बढ़ता है, बल्कि इससे विकास कार्यों में भी रुकावट आती है। यदि पूरे देश में एक साथ चुनाव कराए जाएं तो इससे समय और संसाधनों की बड़ी बचत होगी, साथ ही आमजन को बार-बार मतदान प्रक्रिया से नहीं गुजरना पड़ेगा।

उन्होंने जानकारी दी कि इस विचार पर मंथन के लिए 2 सितंबर, 2023 को पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की अध्यक्षता में एक उच्चस्तरीय समिति गठित की गई थी, जिसने 191 दिनों तक विभिन्न स्टेकहोल्डर्स और विशेषज्ञों से चर्चा के बाद 14 मार्च, 2024 को अपनी रिपोर्ट राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को सौंप दी है। इस योजना को लागू करने के लिए संविधान में संशोधन करते हुए एक नया अनुच्छेद जोड़ा जाएगा और तीन अन्य अनुच्छेदों में बदलाव किए जाएंगे।

राज्यसभा सांसद डॉ. संगीता बलवंत ने अपने संबोधन में कहा कि चुनावों में होने वाले भारी खर्च को रोकने के लिए यह कदम आवश्यक है। इससे बार-बार चुनाव कराने की प्रक्रिया समाप्त होगी और आर्थिक स्थिरता के साथ-साथ विकास को भी गति मिलेगी। व्यवसाय भी बिना नीतिगत अनिश्चितताओं के स्वतंत्र निर्णय लेने में सक्षम होंगे।

कार्यक्रम संयोजक एवं नगर पालिका परिषद अध्यक्ष श्रीमती सरिता अग्रवाल ने छात्राओं से अपील की कि वे इस महत्वपूर्ण विषय पर जागरूक बनें और अपने क्षेत्रों में लोगों को इसके लाभ समझाएं। उन्होंने बताया कि जब सरकार के तीनों स्तरों केंद्र, राज्य और स्थानीय निकाय पर एक साथ चुनाव कराए जाएंगे, तो प्रवासी मजदूरों को बार-बार छुट्टी लेकर मतदान करने की आवश्यकता नहीं होगी, जिससे उत्पादन और आपूर्ति श्रृंखला में अवरोध नहीं आएगा।

सम्मेलन के दौरान हस्ताक्षर अभियान भी चलाया गया, जिसके अंतर्गत लोगों द्वारा किए गए हस्ताक्षरों को महामहिम राष्ट्रपति को भेजा जाएगा। कार्यक्रम की सह संयोजिका और जिला अध्यक्ष महिला मोर्चा, साधना राय ने प्रस्तावना पढ़ी, जबकि कार्यक्रम की अध्यक्षता महाविद्यालय की सह प्राचार्य नीलम राय ने की। उन्होंने सभी का आभार प्रकट करते हुए कार्यक्रम की समाप्ति की घोषणा की।

इस अवसर पर रुद्रा पाण्डेय, पूनम मौर्या, सीता सिंह, सरोज मिश्रा, किरन सिंह, माया सिंह, प्रीति गुप्ता, मीनू मौर्या, अनीता देवी, नीलिमा गांधी, विनीता सिंह, कल्पना कुशवाहा, प्रीति रावत समेत अनेक महिलाएं एवं छात्राएं उपस्थित रहीं। कार्यक्रम का संचालन माया सिंह 

ने किया।