यह अग्निशमन केंद्र वर्ष 2016 में शुरू किया गया था, लेकिन दुर्भाग्यवश कार्य अधूरा रह गया। इसके कारण सेहमलपुर सहित आसपास के नगर और ग्रामीण क्षेत्रों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। गर्मी के मौसम में आगजनी की घटनाएं आम हो जाती हैं, और अग्निशमन सेवा की अनुपलब्धता के चलते आग पर समय रहते काबू नहीं पाया जा सकता। इसका परिणाम जनधन, पशुधन और फसल की भारी क्षति के रूप में सामने आता है।
डॉ. संगीता बलवंत ने कहा कि यह विषय उनके संज्ञान में आने के बाद उन्होंने त्वरित कार्रवाई करते हुए संबंधित प्रशासनिक अधिकारियों से संपर्क किया। उन्होंने पुलिस अधीक्षक को पत्र भेजकर न केवल निर्माण कार्य को शीघ्र पूर्ण कराने की मांग की है, बल्कि भविष्य में ऐसी घटनाओं से निपटने के लिए संसाधनों की उपलब्धता सुनिश्चित करने पर भी बल दिया है।
सांसद ने यह भी कहा कि यह केवल एक भवन नहीं, बल्कि ग्रामीणों की सुरक्षा का माध्यम है। वर्षों से उपेक्षित यह परियोजना यदि पूरी हो जाती है तो सैकड़ों लोगों की जान-माल की रक्षा हो सकेगी।
स्थानीय नागरिकों ने सांसद के इस कदम की सराहना की है और आशा जताई है कि अब इस दिशा में ठोस कदम उठाए जाएंगे। क्षेत्रीय प्रशासन से भी उम्मीद की जा रही है कि वह शीघ्र इस कार्य को पूर्ण कराने की दिशा में सक्रिय पहल करेगा।
यह मामला केवल एक अग्निशमन केंद्र का नहीं, बल्कि सरकारी तंत्र की सक्रियता और जवाबदेही की परीक्षा भी है।