कला परिषद ने रामनवमी पर किया शस्त्र पूजन
सिधौना (गाजीपुर): सिधौना स्थित सिद्धनाथ महादेव धाम पर रामनवमी के शुभ अवसर पर शस्त्र पूजन किया गया। काशी रंगमंच कला परिषद सिधौना की लीला टीम लीला टीम के पौराणिक अस्त्र शस्त्र का विधिवत मंत्रोच्चार संग आहवाहन किया। लीला व्यास शिवाजी मिश्रा ने कहा कि श्रीराम में मर्यादा, करुणा, दया, सत्य, सदाचार और धर्म के मार्ग पर चलते हुए राज किया। इस कारण उन्हें आदर्श पुरुष और मर्यादा पुरुषोत्तम भी कहा जाता है। भगवान राम में अनेक गुण हैं जोकि हर व्यक्ति में जरूर होना चाहिए। भगवान श्रीराम में सहनशीलता और धैर्य की परकाष्ठा का विशेष गुण है। त्रेतायुग से लेकर कलियुग में आज भी श्री राम की मर्यादा सभी के लिए प्रासंगिक है। महर्षि शुक्राचार्य के अनुसार श्रीराम के समान राजा पृथ्वी पर न कोई हुआ है और न ही कभी होना ही सम्भव है क्योंकि राम ने राजधर्म निभाने के लिए अनेक त्याग किए। अध्यक्ष कृष्णानंद सिंह ने कहा कि राम शब्द का शाब्दिक अर्थ होता है वह जो रोम रोम में बसे यदि हम सामाजिक, ऐतिहासिक आदि रूपों से देखेंगे तब भी यह परिभाषा सर्वथा उपयुक्त बैठती है। इतिहास का कोई पृष्ठ नहीं जहाँ श्री राम का प्रभाव न हो, समाज का कोई वर्ग नहीं जो राम भक्ति से अछूता हो। राम अपने भक्तों के सामर्थ्य से भली भांति परिचित हैं तभी वह हनुमान को ही मुद्रिका देते हैं। भगवान राम की उदारता ऐसी है कि जो सम्पत्ति रावण को दस शीशों के दान के बाद मिली वो सम्पत्ति वो विभीषण को तो उसके आगमन के साथ दे देते है। केशव सिंह, डॉ रामजी बागी, बंटी सिंह, अरुणेंद्र सिंह, करुणाशंकर मिश्र, अखिलेश, प्रवीणसिंह, अनिल सिंह, विन्देश्वरी सिंह, सुबाष पांडेय, जगदम्बा सिंह रहे।