मरदह (गाजीपुर): कबीरपुर गांव से हरिकरनपुर चट्टी पीच संपर्क मार्ग से वैदवली प्राथमिक विद्यालय तक जाने वाले 400 मीटर लंबे मार्ग पर वर्षों से अधूरी पड़ी सड़क निर्माण की समस्या अब ग्रामीणों के लिए जानलेवा बन गई है। जिला पंचायत निधि से इस मार्ग पर सिर्फ गिट्टी डाली गई, लेकिन इसके बाद निर्माण कार्य अधूरा छोड़ दिया गया।
इस लापरवाही का खामियाजा प्रतिदिन इस मार्ग से आने-जाने वाले हजारों लोगों को भुगतना पड़ रहा है, जिनमें स्कूली छात्र-छात्राएं भी शामिल हैं। ग्रामीणों का कहना है कि गिट्टी पर फिसलकर गिरने से कई लोग गंभीर रूप से घायल हो चुके हैं। यह अधूरी सड़क न सिर्फ निर्माण एजेंसियों की लापरवाही को उजागर करती है, बल्कि जनप्रतिनिधियों की उदासीनता पर भी सवाल खड़े करती है।
गांव की दो होनहार बेटियों ने हाल ही में इंटरमीडिएट परीक्षा में जनपद स्तर पर स्थान प्राप्त कर गांव का नाम रोशन किया है। इसके बाद मार्ग पर आवाजाही बढ़ गई, लेकिन खराब सड़क की वजह से लोग गांव वालों को ही कोसने लगे। इससे आहत होकर ग्रामीणों ने विधायक, सांसद और जिला पंचायत सदस्य के खिलाफ नारेबाजी कर विरोध प्रदर्शन किया।
ग्रामीणों का आरोप है कि बीते आठ वर्षों से उन्हें केवल आश्वासन ही मिलते आ रहे हैं, लेकिन सड़क आज तक नहीं बनी। जब भी चुनाव आता है, जनप्रतिनिधि वादे करते हैं, लेकिन उसके बाद कोई काम नहीं होता।
यह सड़क बहलोलपुर, धनेशपुर, कोर, नखतपुर, नेवादा मुस्तफाबाद, भोजापुर, पन्सेरवा, लहुरापुर, कोड़री और तांती जैसे दर्जनों गांवों को पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे से जोड़ती है, इसके बावजूद आज तक यह मार्ग उपेक्षित है।
प्रदर्शन में शामिल ग्रामीणों ने चेतावनी दी कि यदि शीघ्र सड़क निर्माण कार्य प्रारंभ नहीं हुआ, तो उग्र आंदोलन किया जाएगा।
रामजन्म प्रजापति, रोहित प्रजापति, लालता, प्रद्युम्न, अवधेश, रामअवध राजभर, गोलू, मुद्रिका राजभर, आकाश खरवार, सुखपाल कुमार, पंकज, रविंद्र, सिंधु खरवार, राजेश, मन्नू प्रजापति समेत सैकड़ों ग्रामीण प्रदर्शन में शामिल रहे।
इस संबंध में जब खंड अभियंता सौरभ कुमार से बात की गई तो उन्होंने कहा, "हमें इस मामले की जानकारी नहीं थी। अब इसकी जांच कराई जाएगी।"
सपा से भाजपा सरकार तक बदली सत्ता, नहीं बदली सड़क की किस्मत
सन् 2016 में तत्कालीन चेयरमैन डॉ. वीरेंद्र यादव के करीबी ठेकेदार महेश यादव को इस मार्ग के निर्माण का ठेका मिला था। उसने केवल गिट्टी डालकर काम अधूरा छोड़ दिया। उस समय स्व. कैलाश यादव विधायक थे, उनके बाद किसमतिया देवी, और अब पुनः डॉ. वीरेंद्र यादव विधायक हैं, लेकिन सड़क की हालत आज भी जस की तस बनी हुई है।