गाजीपुर में सम्पूर्ण समाधान दिवस: जन समस्याओं का निस्तारण रहा ना के बराबर, शिकायतों का अंबार


सम्पूर्ण समाधान दिवस: प्रशासनिक सुस्ती और जनता के प्रति गैर-जिम्मेदाराना रवैया

गाजीपुर, 19 अप्रैल 2025: जन समस्याओं के त्वरित निस्तारण के दावे के साथ आयोजित सम्पूर्ण समाधान दिवस जिले की सात तहसीलों में सम्पन्न हुआ, लेकिन नतीजे निराशाजनक रहे। जमानियां तहसील में जिलाधिकारी आर्यका अखौरी और पुलिस अधीक्षक ईरज राजा की अध्यक्षता में आयोजित इस कार्यक्रम में कुल 53 शिकायतें प्राप्त हुईं, जिनमें से मात्र 5 का मौके पर निस्तारण हो सका। पूरे जिले की बात करें तो 289 शिकायतों में से केवल 27 का ही समाधान हो पाया, जो कुल शिकायतों का महज 9% है।

तहसीलवार स्थिति और भी चिंताजनक रही। सेवराई में 20 शिकायतों में से केवल 3, मुहम्मदाबाद में 34 में से 3, सदर तहसील में 41 में से 5, कासिमाबाद में 51 में से 4, जखनियां में 62 में से सिर्फ 1 और सैदपुर में 28 में से 6 शिकायतों का निस्तारण हुआ। जखनियां तहसील में तो 62 शिकायतों के मुकाबले केवल एक शिकायत का समाधान होना व्यवस्था की लचरता को उजागर करता है।

जिलाधिकारी ने अधिकारियों को शेष शिकायतों के लिए स्थलीय निरीक्षण कर त्वरित निस्तारण के निर्देश दिए, लेकिन इस तरह के आयोजनों में बार-बार कम निस्तारण दर प्रशासनिक सुस्ती और जनता के प्रति गैर-जिम्मेदाराना रवैये को दर्शाती है। स्थानीय निवासियों का कहना है कि सम्पूर्ण समाधान दिवस महज औपचारिकता बनकर रह गया है, जहां समस्याएं दर्ज तो होती हैं, लेकिन समाधान के नाम पर केवल आश्वासन मिलते हैं।


इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी संतोष कुमार वैश्य सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे, लेकिन जनता की उम्मीदों पर खरा उतरने में प्रशासन चूक रहा। सवाल उठता है कि जब सम्पूर्ण समाधान दिवस जैसे आयोजन भी जनता की समस्याओं का समाधान नहीं कर पाते, तो आम नागरिक अपनी शिकायतें लेकर कहां जाए?