गाजीपुर, 10 अप्रैल: आज विश्व होमियोपैथी दिवस के शुभ अवसर पर राजकीय होमियोपैथिक मेडिकल कॉलेज, गाजीपुर में एक गरिमामय कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह दिवस होमियोपैथी के जनक महात्मा हैनीमैन की जयंती के रूप में मनाया जाता है।
कार्यक्रम का शुभारंभ महात्मा हैनीमैन एवं मां सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण और दीप प्रज्वलन के साथ हुआ। इस अवसर पर शहर के प्रतिष्ठित चिकित्सक डॉ. डी. पी. सिंह मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे, साथ ही कई अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराई।
कार्यक्रम में होमियोपैथी में नवाचार और अनुसंधान पर विस्तृत चर्चा की गई। साथ ही महाविद्यालय की वार्षिक पत्रिका "उद्भव 2025" का विमोचन भी किया गया। इस अवसर पर महाविद्यालय के मेधावी छात्र-छात्राओं को सम्मानित किया गया जिन्होंने विश्वविद्यालय स्तर की परीक्षाओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया।
महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो. डॉ. राजेंद्र सिंह ने एविडेंस बेस्ड होमियोपैथी की महत्ता पर बल देते हुए हाल के अनुसंधानों की जानकारी दी। मुख्य अतिथि डॉ. डी. पी. सिंह ने विद्यार्थियों को होमियोपैथी के मूल सिद्धांतों के प्रति निष्ठावान रहने की प्रेरणा दी और कहा कि यदि वे इस मार्ग पर विश्वास के साथ आगे बढ़ते हैं, तो सफलता निश्चित है।
कार्यक्रम में डॉ. सुबोध त्रिपाठी ने महात्मा हैनीमैन के आदर्शों पर चलने का संकल्प दिलाया।
कार्यक्रम के दूसरे चरण में डॉ. स्वतंत्र सिंह ने विश्वविद्यालय स्तर पर प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले बी.एच.एम.एस. के विभिन्न वर्ष के छात्रों को मेडल पहनाकर सम्मानित किया।
विकसित भारत युवा संवाद प्रतियोगिता में प्रदेश स्तर पर महाविद्यालय का प्रतिनिधित्व करने के लिए द्वितीय वर्ष की छात्रा अवर्तिका श्रीवास्तव तथा विश्वविद्यालय स्तर पर चतुर्थ वर्ष की छात्रा श्रेया सिंह को स्मृति चिन्ह प्रदान कर सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम के दौरान छात्रों द्वारा रंगारंग सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ दी गईं, जिसने माहौल को और भी उल्लासपूर्ण बना दिया।
इस अवसर पर महाविद्यालय परिसर में वृक्षारोपण कर पर्यावरण संरक्षण का संदेश भी दिया गया। अंत में सभी शिक्षकों, अस्पताल कार्मिकों, छात्रों एवं कर्मचारियों ने महात्मा हैनीमैन के दिखाए मार्ग पर चलने का संकल्प लिया।